- B.A संस्कृत का अध्ययन उड़ीसा से सम्पन किया ।
- पंडित जी ने यजुर वेद की पढ़ाई महर्षि वैदिक आश्रम महानेर उमरियापान कटनी मध्य प्रदेश में 5 वर्ष रह कर सम्पन की ।
- 2 वर्ष दिल्ली में रिग वेद ज्ञान प्राप्त किया ।कृष्णा वैदिक पंडित जी सभी प्रकार की पूजा वैदिक संस्कृति से सम्पन करते है । यहाँ सभी प्रकार की पूजा, अनुष्ठान, पाठ बैदिक बिधि से सम्पन कराय जाते है ।
जैसे की :- दुर्गापाठ, रूद्राभिषेक, श्रीसूक्त, गणेश अथर्ब शिष्य, नारायण कथा, ग्रह प्रवेश, नबग्रह सन्ति, बस्तु पूजा, नामकरण, संस्कार, सन्ति पाठ ,सुन्दरकाण्ड पाठ, अखंड रामायण,गायत्री जप, महामृत्युंजय जप, बगलामुखी जप , आदि सभी प्रकार की पूजा कराइ जाती है ।